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विश्व मोटापा दिवस - 4 मार्च :- वजन बढ़ता गया सेहत घटती गई

  

 
देश में मोटापे की समस्या बढ़ती जा रही है। लैंसेट की नई स्टडी के अनुसार भारत की शहरी आबादी का ७० फीसदी हिस्सा मोटापा या अधिक वजन की श्रेणी में आ रहा है। हालांकि अब लोग अपनी सेहत को लेकर जागरूक हो रहे हैं, लेकिन मोटापा घटाने के लिए जागरूकता की कमी है। मोटापे से छुटकारा पाने के लिए लोग डाइटिंग करना शुरू कर देते हैं, लेकिन इससे अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं। ऐसे में जानते हैं एक्सपट्र्स से वजन घटाने के सही तरीकों के बारे में... 

त्रिफला लेप व ठंडा-गर्म सेक से घटता मोटापा 

प्राकृतिक चिकित्सा के अनुसार मोटापा कम करने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के साथ ही कुछ घरेलू उपचार भी किए जा सकते हैं।

    * हल्के गर्म पानी में 10 मिनट तक पैर डालकर बैठें। इससे शरीर में से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं। पेट पर गर्म-ठंडे पानी का सेंक करें। 

    * सूर्य स्नान को भी प्राकृतिक चिकित्सा में वजन घटाने एवं विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने के लिए कारगर माना गया है। सूर्य स्नान करने से पूर्व 2-3 गिलास पानी पीएं। बालों को गीला कर लें, फिर सिर पर ठंडा गीला कपड़ा रखकर सूर्य की रोशनी में सुबह 11 बजे से पहले 10-12 मिनट तक बैठें। फिर ठंडे पानी से नहा लें या शरीर को ठंडे पानी से पोंछ लें। 
 
    * त्रिफला के पाउडर को थोड़े से पानी में घोलकर उससे शरीर पर लेप करके 10 मिनट छोड़ें। थोड़ा सा पानी डालकर हल्के हाथ से रगड़ते हुए स्नान करें।

    * जीएच पैक भी प्राकृतिक चिकित्सा में कारगर उपाय माना जाता है। इसमें पेट के आगे वाले हिस्से पर गर्म पानी की थैली एवं कमर पर पीछे ठंडे पानी की थैली रखकर ऊपर से किसी कपड़े से बांध लें। इसे 30 से 40 मिनट तक बंधा रहने दें। यह पैक डायबिटीज एवं लिवर से संबंधित समस्याओं को कम करने के साथ वजन घटाने में कारगर है।

// गुनगुने पानी के साथ लें अर्जुन छाल और दानामेथी //


आयुर्वेद के अनुसार मोटापा घटाने के लिए आहार और विहार दोनों पर ध्यान देना जरूरी है। इसके अलावा इन आयुर्वेदिक उपायों को भी कारगर माना गया है। 
    
    * एक चम्मच भीगी हुई दानामेथी सुबह चबा-चबा कर एक गिलास गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से पाचन क्रिया में सुधार आता और वजन भी नियंत्रित होता है।

    * एक चौथाई चम्मच दालचीनी और आधा चम्मच अर्जुन की छाल का पाउडर खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लेने से मेटाबॉलिज्म तेज होता, चर्बी भी घटती है।

    * दो चम्मच अजवाइन/सौंफ/जीरा या फिर धनिया इनमें से किसी एक को तीन लीटर पानी में उबाल कर उस पानी का प्रतिदिन सेवन करने से पाचन क्रिया में सुधार होता है। शरीर डिटॉक्स होता और मोटापा भी कम होता है। हर हफ्ते अलग मसाले का पानी बनाएं। 

    * सुबह उठते ही दो गिलास गुनगुना जल पीएं। खाने के 30 मिनट के बाद गर्म जल को घूंट-घूंट कर पीएं। सूर्यास्त तक या शाम को 7.00 बजे रात्रि भोजन का सेवन करें। भोजन को बहुत चबाकर खाएं।

    * नियमित रूप से कोई भी शारीरिक व्यायाम, प्राणायाम, दौड़, खेलकूद, नृत्य आदि 40 मिनट से एक घंटे का करें।

नियमित व्यायाम करें - 

योगासन: सूर्य नमस्कार, पवनमुक्तासन, भुजंगासन और त्रिकोणासन जैसे योगासन वजन कम करने में कारगर।  
कार्डियो व्यायाम: दौडऩा, साइकिल चलाना, तैराकी और रस्सी कूदना जैसे कार्डियो व्यायाम शरीर की अतिरिक्त चर्बी को कम करते हैं।                       
वेट ट्रेनिंग: मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए वेट ट्रेनिंग भी फायदेमंद होती है।

** अपनी डाइट से घटाएं 500 कैलोरी, घटेगा वजन **

    आप रोज जितनी कैलोरी भोजन के रूप में लेते हैं, जब आपका शरीर उतनी खर्च नहीं कर पाता है तो अतिरिक्त कैलोरी फैट के रूप में जमा होने लगती है। मोटापे का मुख्य कारण यही है। सामान्यत: पुरुष व महिलाओं को प्रतिदिन औसतन 2500-2000 कैलोरी की आवश्यकता रहती है। यदि वजन कम करना चाहते हैं तो आवश्यक कैलोरी में से 500 कैलोरी कम लें। 

अपने खाने में साबुत अनाज, ब्राउन राइस, ओट्स आदि शामिल करें। प्रोटीन से भरपूर खाना खाएं। डाइट में हरी मूंगदाल, मसूर दाल, बीन्स, फलियां व पत्तेदार साग को शामिल करें।

 मौसमी फल और अन्य सब्जियां खाएं, ये फाइबर से भरपूर होते हैं। खाने से पहले थोड़ा सलाद खाएं जिससे पेट भरा महसूस होगा।

 वसा का सेवन कम करें। फास्ट फूड, मिठाई और तली हुई चीजों से दूर रहें। इनकी जगह हल्का और पौष्टिक खाना चुनें। अल्कोहल का सेवन न करें।

 वजन कम करने में डेयरी उत्पाद- कम वसा वाला दही व पनीर खाएं।

 पानी का सेवन बढ़ाएं। दिनभर में 2-3 लीटर पानी पीएं, इससे मेटाबॉलिज्म तेज होता है और भूख भी कम लगती है। रात का भोजन सोने से 2-3 घंटे पहले कर लें।

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