खानपान ऐसा रखें कि लिवर पर न आए दबाव, तले-भुने भोजन से करें परहेज सेहतमंद रहने के लिए लिवर (यकृत) का स्वस्थ होना जरूरी है।
इसके लिए संतुलित मात्रा में और सही खानपान पर ध्यान देने के साथ उससे विषाक्त पदार्थों को निकालना (डिटॉक्स) भी जरूरी है। लिवर शरीर का महत्त्वपूर्ण अंग है, जहां मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया होती है। यह कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने और पित्त बनाने का काम भी करता है।
ऐसे रखें हैल्दी -
- आयुर्वेद में बताया गया है कि ऐसे खानपान और आहार-विहार अपनाएं जिससे लिवर पर बोझ कम पड़े। रोजाना सुबह गर्म पानी में नींबू का सेवन करें।
- साबुत अनाज व हरी सब्जियां लें।
- तले हुए भोजन से परहेज करें।
- यह खाएं तो मात्रा कम रखें।
- एकसाथ ज्यादा न खाएं। थोड़े-थोड़े अंतराल से लें।
- पैकेट बंद आहार न लें, फैटी लिवर से बचें ब्रेकफास्ट में हरी पत्तेदार सब्जियां, फल और मेवे लें। पैकेटबंद आहार से बचें।
- चुकंदर का प्रयोग करें जिसमें एंटी ऑक्सीडेंट तत्त्व होते हैं।
- लहसुन का प्रयोग करें। यह भी लिवर को हैल्दी रखने का काम करता है। हल्दी का प्रयोग करें। गाजर भी फायदा करती है।
फैटी लिवर का मतलब है उसमें फैट का ज्यादा जमा होना। लिवर फैट को शरीर में जाने नहीं देता है। जैसे ही रक्त लिवर में पहुंचता है। वह फैट को समाप्त करने का काम करता है। लेकिन उसको समाप्त करने में लिवर की कोशिकाएं भी नष्ट होती हैं। लेकिन बार-बार ज्यादा फैट खाएंगे तो लिवर फैटी हो जाएगा।
पंचकर्म से भी मिलता है फायदा आयुर्वेद में लिवर को डिटॉक्स करने के बारे में भी बताया गया है। पंचकर्म चिकित्सा के माध्यम से लिवर को डिटॉक्स करते हैं, जिसमें स्नेहन, छेदन, नस्य, शिरोधारा और वस्ति कराते हैं। जैसे गाड़ी की सर्विस करवाने से वह नई की तरह चलने लगती है, वैसे ही पंचकर्म से लिवर डिटॉक्स हो जाता है।
हैल्दी लाइफस्टाइल अपनाएंनींबू, अखरोट, लहसुन, अदरक, पपीता, त्रिफला, फलों में सेब, करौंदा, अंगूर, दवाओं में पुनर्नवा, विहंगराज के सेवन से भी लिवर डिटॉक्स होता है। गुनगुने पानी में नींबू का सेवन करने से भी लिवर डिटॉक्स होता है। दिनचर्या को स्वस्थ रखें। स्वस्थ आहार लें तो आपको लिवर संबंधी कोई समस्या नहीं होगी।
सामान्य तौर पर आपके मन में उठने वाले सवाल और उनके विशेषज्ञों से लिए गए जवाब
1. कुछ भी खाने पिने पर थोड़ी देर बाद ही पेट में भारीपन-सा लगता है। मन में बैचेनी बढ़ जाती है। क्या यह लिवर से संबंधित तकलीफ है, यदि हां तो क्या उपचार लिया जाए?
खाने के बाद भारीपन कई कारणों से होता। इसका यह अर्थ नहीं कि लिवर में ही कोई खराबी है। कई बार जल्दी-जल्दी खाने के साथ पेट में हवा चली जाती है। ज्यादा खाना खा लेने के बाद भी पेट भारी हो जाता है। खाने के तुरंत बाद पानी पीने और लेटने से भी पेट भारी हो जाता है। खाने के बाद भारीपन होना लिवर की बीमारी का संकेत नहीं है। इससे बचने के लिए हल्का खाना लें। जल्दी-जल्दी न खाएं। खाना खाते ही पानी न पीएं, सोएं नहीं। वसा और फैट की मात्रा खाने में कम रखें। ज्यादा समस्या है तो डॉक्टरी परामर्श लें।
2. थोड़ा थका हुआ महसूस करना और पेट कभी-कभी फूल जाना, क्या ये फैटी लिवर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं? इसका पता लगाने के लिए क्या किया जाये?
फैटी लिवर का कोई खास लक्षण नहीं है। पेट के ऊपरी हिस्से में भारीपन, दर्द होना, वजन बढऩा, ये सब फैटी लिवर के लक्षण हैं। इसका पता सोनोग्राफी से किया जा सकता है। यह बेहद साधारण टेस्ट है। यदि कोई समस्या आपको लग रही है तो डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। फैटी लिवर का कोई खास लक्षण नहीं है। पेट के ऊपरी हिस्से में भारीपन, दर्द होना, वजन बढऩा, ये सब फैटी लिवर के लक्षण हैं। इसका पता सोनोग्राफी से किया जा सकता है। यह बेहद साधारण टेस्ट है। यदि कोई समस्या आपको लग रही है तो डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
3. परिवार के कई लोगों को पीलिया होना, कई तरह की बीमारियों का संकेत हो सकता है। एक स्थिति होती है जन्मजात पीलिया, जिसे गिल्बर्ट सिंड्रोम कहते हैं। ये परिवार के कई सदस्यों को हो सकता है लेकिन ये घातक नहीं होता है। यह लिवर को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाता है। ये खून की जांच से पता लगता है कि आपको खतरनाक पीरुलिया है या नहीं। साधारण पीलिया के इलाज की भी जरूरत नहीं होती है। दूसरा हेपेटाइटिस के कारण होता है। एक पाठक, लीवर में सूजन होने से कौन-सी दवा लें और क्या परहेज रखना चाहिए।
लीवर में सूजन एक साधारण शब्द है। ऐसा माना जाता है कि इस देश के 40 फीसदी लोगों का लिवर बढ़ा हुआ है। इसी को लिवर में सूजन कहा जाता है। इसका प्रमुख कारण है पेट में फैट का जमा हो जाना, जिसे फैटी लिवर भी कहते हैं। इसके अन्य कारणों में शराब का ज्यादा सेवन, अन्य पदार्थों के सेवन करने से, वायरस का इंफेक्शन से। लिवर में सूजन वाले 100 मरीजों में 20 फीसदी लोगों में लिवर का कैंसर, लिवर सिरोसिस जैसी बीमारी के होने का खतरा रहता है। इसको सामान्य करने के लिए शरीर का वजन कम करना सबसे आसान तरीका है। इससे लिवर में सूजन की समस्या खत्म हो सकती है। वजन बढ़ाने वाली चीजें लिवर को नुकसान पहुचाती हैं। इनसे परहेज ही करना चाहिए।
0 टिप्पणियाँ
If you have any doubts, please let me know