हृदय की सही से पंपिंग न हो पाने से धड़कनें होती अनियंत्रित सडन कार्डियक अरेस्ट (एससीए), हार्ट अटैक नहीं होता। हृदय के विद्युतीय तंत्र में अचानक गड़बड़ी से धड़कनें अनियमित व अनियंत्रित हो जाती हैं।
हृदय के ठीक से पंपिंग न करने से अंगों में रतप्रवाह सही तरह से नहीं हो पाता। दिमाग में रत संचार अवरुद्ध होने से व्यक्ति की धड़कनें बढ़ती हैं, बेहोशी व चक्कर आते हैं।
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. हेमंत चतुर्वेदी के अनुसार तुरंत इलाज न दिया जाए तो मृत्यु हो सकती है। हृदय अचानक काम करना बंद कर देता है। ३०-४० वर्ष के व्यक्तियों में इसके मामले अधिक हैं। हार्ट डिजीज से होने वाली मौतों में से 50% मृत्यु एससीए से होती हैं। ध्यान रखें : इकोकार्डियोग्राफी, स्ट्रेस टेस्ट, हॉल्टर टेस्ट और हृदयसंबंधी जांचें करवाएं, जिनमें एससीए की आशंका रहती है। इकोकार्डियोग्राफी, स्ट्रेस टेस्ट, हॉल्टर टेस्ट और हृदय संबंधी जांचें करवाएं, जिनमें एससीए की आशंका रहती है। ऑटोमेटेड कार्डियोवर्टर डिफ्रिबिलेटर नामक पेसमेकर लगाते हैं।
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