आइये जानते है, आखिर शीशा बनता कैसे है ?
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कांच बनाने के लिए सिलिका का इस्तेमाल होता है, जो की रेत का ही एक रूप है। लगभग पन्द्रह सौ ईसा पूर्व मिस्र के लोगों द्वारा राज्य में सबसे पहले कांच की बोतलें बनाई गई थीं।
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बीस साल पहले की तुलना में आज का ग्लास कंटेनर 40 प्रतिशत से अधिक हल्का होता है।
कांच एक अक्रिस्टलीय ठोस पदार्थ है। इसे किसी भी आकार में ढाला जा सकता है। यह आमतौर पर पारदर्शी होता है। पर अपारदर्शी भी हो सकता है। दुनिया में सबसे ज्यादा और सबसे पुराना कांच सिलिकेट ग्लास होता है।
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इसका रासायनिक मूल सिलिकेट यौगिक सिलिका होता है, जो सामान्य रेत का मूल तत्व है। विज्ञान की दृष्टि से कांच की परिभाषा बहुत व्यापक है। उन सभी ठोसों को कांच कहते हैं, जो द्रव अवस्था से ठंडे होकर ठोस अवस्था में आने पर क्रिस्टलीय संरचना नहीं प्राप्त करते। सबसे आम सोडा-लाइम कांच है, जो सदियों से खिड़कियां और गिलास वगैरह बनाने के काम में आ रहा है।
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इसमें लगभग 75 प्रतिशत सिलिका, सोडियम ऑसाइड और चूना के अलावा कुछ अन्य चीजें मिली होती हैं। कांच रेत से बनता है। रेत और कुछ अन्य सामग्री को एक भट्टी में 1500 डिग्री सेल्सियस पर पिघलाया जाता है और फिर इस पिघले कांच को उन खांचों में बूंद-बूंद करके उडेला जाता है। जिससे मनचाही चीज बनाई जा सके। अब बात कर लेते हैं, शीशे से जुड़े तथ्यों के बारे में। कांच का आविष्कार मिस्र या मेसोपोटामिया में ईसा से लगभग ढाई हजार साल पहले हुआ था।
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हालांकि उसके पहले ज्वालामुखियों के आस-पास प्राकृतिक रूप से बना कांच भी मिलता रहा होगा। शुरू में इसका इस्तेमाल साज-सज्जा के लिए किया गया। ईसा से लगभग डेढ़ हजार साल पहले कांच के बर्तन बनने लगे थे। ईसवी पहली सदी आते-आते फिलिस्तीन और सीरिया में एक खोखली छड़ में फूंक मारकर पिघले कांच को मनचाहे रूप में ढालने की कला विकसित हुई और ग्यारहवीं शतादी में वेनिस शहर कांच की चीजें बनाने का केन्द्र बन गया। कांच बनाने के लिए सिलिका का इस्तेमाल होता है, जो की रेत का ही एक रूप है।
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लगभग 1,500 ईसा पूर्व मिस्र के लोगों दुवरा राज्य में सबसे पहले कांच की बोतलें बनाई गई थीं। दक्षिण अफ्रीका में निर्मित बोतलों और जारों में कम से कम 40 प्रतिशत पुनर्नवीनीकरण सामग्री होती है। ए्बर सबसे आम रंग का गिलास है और लोहे, सल्फर एवं कार्बन को जोड़कर बनाया जाता है। ग्रीन ग्लास, गैर विषैले क्रोम ऑसाइड जोड़कर बनाया जाता है।
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लू ग्लास बनाने के लिए कोबाल्ट ऑसाइड का इस्तेमाल किया जाता है। ग्लास को विघटित होने में 1 मिलियन से भी अधिक वर्ष लगते हैं।
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